Anam

लाइब्रेरी में जोड़ें

कबीर दास जी के दोहे


खाय पकाय लुटाय ले, करि ले अपना काम
चलती बिरिया रे नरा, संग न चले छदाम।। 

अर्थ :

कबीर दास जी कहते हैं कि मनुष्य को इस जीवन में अपनी शक्ति और साधन का भरपूर प्रयोग अपने कामों के लिए, दूसरों कि सहायता के लिए और परोपकार के कार्यों में करना चाहिए। इस तरह उसे अपना जीवन सार्थक करना चाहिए क्योंकि संसार से जाते समय एक भी वस्तु उसके साथ नहीं जायेगी।

   1
0 Comments